Kri Dhatu Roop In Sanskrit (कृ धातु रूप सभी पांच लकारों में)
आज इस पोस्ट में हम कृ धातु रूप ( Kri Dhatu Roop In Sanskrit) संस्कृत के सभी पांचो लकारों (kri dhatu roop 5 lakar mein) मे पढ़ेंगे एवं कृ धातु (Kri dhatu) के रूप से संबंधित प्रश्नों को भी पढ़ेंगे |
विद्यार्थियों को परीक्षाओं में धातु के रूप से संबंधित प्रश्न दिए जाते हैं जिसमें उन्हें कोई धातु दी जाती है और कहा जाता है कि इस धातु के रूप को किसी लकार में लिखिए या फिर धातु रूप पांच लकार में लिखिए |
प्रिय साथियों कृ धातु (kri dhatu roop) एक तनादिगणीय धातु है | यहां पर हम कृ धातु रूप संस्कृत के सभी पांच (5) लकारों में, तीनों पुरुष एवं तीनों वचनों में लिखे गए हैं एवं इसके साथ-साथ कृ धातु (kri dhatu roop in sanskrit) से संबंधित प्रश्न जो एग्जाम में पूछे जाते हैं उन्हें नीचे लिखा गया है |
लट् लकार- (वर्तमान काल) Kri Dhatu Roop In Sanskrit
लट् लकार- धातु प्रत्यय
प्रथम पुरुष ति तः अन्ति
मध्यम पुरुष सि थ: थ
उत्तम पुरुष आमि आवः आमः
kri dhatu roop lat lakar
पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष करोति कुरुतः कुर्वन्ति
मध्यम पुरुष करोषि कुरुथः कुरुथ
उत्तम पुरुष करोमि कुर्वः कुर्मः
लङ् लकार (भूतकाल) Kri Dhatu Roop In Sanskrit
पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष अ….त् अ….ताम् अ….अन्
मध्यम पुरुष अ….अः अ….तम् अ….त्
उत्तम पुरुष अ….अम् अ….आव अ….आम
kri dhatu roop lang lakar
पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष अकरोत् अकुरुताम् अकुर्वन्
मध्यम पुरुष अकरोः अकुरुतम् अकुरुत
उत्तम पुरुष अकरवम् अकुर्व अकुर्म
लृट् लकार (भविष्यत् काल) Kri Dhatu Roop In Sanskrit
लृट् लकार धातु प्रत्यय
पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष स्यति स्यतः स्यन्ति
मध्यम पुरुष स्यसि स्यथः स्यथ
उत्तम पुरुष स्यामि स्यावः स्यामः
kri dhatu roop lrit lakar
पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष करिष्यति करिष्यतः करिष्यन्ति
मध्यम पुरुष करिष्यसि करिष्यथः करिष्यथ
उत्तम पुरुष करिष्यामि करिष्यावः करिष्यामः
विधिलिङ् लकार (प्रेरणा) Kri Dhatu Roop In Sanskrit
विधिलिङ् लकार धातु प्रत्यय
पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष ईत् (एत्) ईताम् (एताम्) ईयु: (एयु:)
मध्यम पुरुष ई: (ए:) ईतम् (एतम्) ईत् (एत्)
उत्तम पुरुष ईयम् (एयम्) ईव (एव) ईम (एम)
kri dhatu roop vidhiling lakar
पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष कुर्यात् कुर्याताम् कुर्युः
मध्यम पुरुष कुर्याः कुर्यातम् कुर्यात
उत्तम पुरुष कुर्याम् कुर्याव कुर्याम
लोट् लकार (आज्ञा) Kri Dhatu Roop In Sanskrit
लोट् लकार धातु प्रत्यय
पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष तु ताम् अन्तु
मध्यम पुरुष अ तम् त्
उत्तम पुरुष आनि आव आम
Kri dhatu roop lot lakar
पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष करोतु कुरुताम् कुर्वन्तु
मध्यम पुरुष कुरु कुरुतम् कुरुत
उत्तम पुरुष करवाणि करवाव करवाम
यहां पर हम कृ धातु रूप (Kri Dhatu Roop) से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न दे रहे हैं जो की कई बार एग्जाम में आए हुए हैं
प्रश्न क्रमांक 1. 'कृ' धातु का अर्थ क्या है ?
उत्तर:- 'कृ' धातु का अर्थ किसी कार्य को 'करना' होता है |
प्रश्न क्रमांक 2. 'कृ' धातु विधिलिङ् लकार, मध्यम पुरुष, द्विवचन का रूप बताइए
उत्तर- कुर्यातम्
प्रश्न क्रमांक 3. कृ धातु लट् लकार प्रथम पुरुष बहुवचन का रूप है
उत्तर- कुर्वन्ति
प्रश्न क्रमांक 4. करोति रूप है कृ धातु का ?
उत्तर- लट् लकार प्रथम पुरुष एक वचन रूप
प्रश्न क्रमांक 5. कृ का संस्कृत में क्या अर्थ है?
उत्तर- 'कृ' धातु का अर्थ किसी कार्य को 'करना' होता है |
मुझे उम्मीद है कि आपको यह पोस्ट कृ धातु रूप (Kri Dhatu Roop In Sanskrit) पसंद आई होगी यहां पर हमने कृ धातु रूप पांच लकार मे (kri dhatu roop 5 lakar mein) इस पोस्ट के माध्यम से बताई बताया हुआ था |
कृ धातु रूप (Kri Dhatu Roop) से संबंधित यदि आपका कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में अवश्य बताएं |